गुटखा जिसे गुटका भी कहा जाता है, एक ऐसी नशीली पदार्थ है जिसके सेवन से आज हर साल लाखों लोगों की जान जाती है। पर इसके बावजूद आज 15 वर्ष से छोटे उम्र के बच्चे भी इसकी लत में आकार अपना जीवन बर्बाद कर रहें है। इसमे पाएँ जाने वाले कैंसर जनक तत्व, आज लाखों लोगों के मुंह के कैंसर, आंत के कैंसर और अल्सर जैसी खतरनाक बीमारी का कारण बन रहे है। पर इसके बावजूद आज भी भारत में गुटखा और तंबाकू का कारोबार फलफूल रहा है। और इसी से यह सवाल उठता है की आखिर गुटखा कैसे बनता है ?
आज के इस आर्टिकल में हम गुटखा कैसे बनता है, यही जानने वाले है।
गुटखा की लत कैसे लगती है ?
दरअसल गुटखा के अंदर निकोटिन नामक एक पदार्थ मौजूद होता है, जिसके शरीर में जाते ही, यह एक इंसान के दिमाग में डोपमिन, सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रैन्स्मिटर को सक्रिय कर देता है, जिससे उस इंसान को खुशी का एहसास होता है और वो बार बार इसका इस्तेमाल करना शुरू कर देता है। आइए अब जानते है की आखिर गुटखा कैसे बनता है ?
गुटखा कैसे बनता है ?
दरअसल गुटखा को तंबाकू,और पैराफिन जैसी चीजों को मिलाकर बनाया जाता है। सबसे पहले गुटखा बनाने के लिए कच्चे तंबाकू के पत्तियों को काटा और सुखाया जाता है। और इसके बाद इसे कैल्सीअम हाइड्रोआक्साइड यानि की चुने के साथ मिलाया जाता है गुटखा बनाने में इसका भी महत्वपूर्ण योगदान होता है, इसे आमतौर पर पेड़ की खाल से प्राप्त किया जाता है और तंबाकू में मिलने के साथ इसका स्वाद बिल्कुल अलग हो जाता है। वही गुटखे का स्वाद और बेहतर बनाने के लिए और इसे सुगंधित करने के लिए इसमे अक्सर इलाईची, सौंफ और अन्य कृत्रिम फ्लैवर को मिलाया जाता है। और फिर इतना करने के बाद इसे छोटे छोटे पैकेट्स में या फिर पाउच में पैक कर इसपर अलग अलग कॉम्पनियों की ब्रांडिंग की जाती है और बाजार में बेचा जाता है। उम्मीद है अब आप गुटखा कैसे बनता है, जान पाए होंगे ।
गुटखा छुड़ाने का राम बाण उपाय ?
अगर आप ऐसे किसी नशीली पदार्थ के सेवन के आदि है और काफी टाइम से इसे छोड़ने के प्रयास में लगे है तो आपको इसके लिए एक बार प्राकृतिक औषधियों से बना विकल्प Smotect Azaadi जरूर ट्राइ करना चाहिए। एक तो इसका तंबाकू जैसा स्वाद और सुगंध आपको कभी तंबाकू की याद आने नहीं देगी और दूसरी, 100 % प्राकृतिक फार्मूला होने के वजह से आप इसका इस्तेमाल लंबे समय तक कर सकते है और आपको इसकी लत भी नहीं लगेगी। यह फार्मूला FDA अप्रूव्ड, GMP सरटीफाइड होने के साथ साथ 95 % सफलता दर के साथ काम भी करता है। साथ ही इसका सेवन आपको कट्स और अल्सर से हुए नुकसान को ठीक करने में भी काफी मददगार साबित होता है।
निष्कर्ष
गुटखा कैसे बनता है, ये जानने के बाद उम्मीद है की आपको इस बात का अहसास हुआ होगा की इसमे इस्तेमाल कीये जाने वाले सामग्री बेहद खतरनाक होते है और इससे कई खतरनाक बीमारियाँ हो सकती है। ऐसे मेंन अगर आप भी इसके लत से परेशान है तो आपको Smotect Azaadi को एक बार जरूर ट्राइ करना चाहिए। क्या पता, इससे आपकी जिंदगी ही पूरी तरह बदल जाए !